tag:blogger.com,1999:blog-3211385411126189652.post5450778312823626452..comments2023-10-01T15:26:11.401+05:30Comments on दीपक भारतदीप की शब्दयोग-पत्रिका: जैसा ज्ञान, वैसा बखान-हास्य व्यंग्यदीपक भारतदीपhttp://www.blogger.com/profile/06331176241165302969noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3211385411126189652.post-16086486853681305522008-10-10T22:12:00.000+05:302008-10-10T22:12:00.000+05:30अपना दर्शन तो साफ कहता है कि जैसी तुम्हारी अंतदृष्...अपना दर्शन तो साफ कहता है कि जैसी तुम्हारी अंतदृष्टि है वैसे ही तुम्हारी दुनियां होती है। अपना मन साफ करो, पर भारतीय संस्कृति के रक्षकों देखिये वह कहते हैं कि नहीं दृश्य साफ रखो ताकि हमारे मन साफ रहें। अपना अपना ज्ञान है और अलग अलग बखान है।<BR/>सही।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.com