विद्युत से चलते सामान
इंसानों के दिल की
धड़कन बढ़ा रहे हैं।
संवाद से सहजता का
भाव मिलने की बजाय
असहजता चढ़ा रहे हैं।
कहें दीपकबापू दिल में
अतिक्रमण कर लिया आग ने
मस्तिष्क में शीतलता की
तस्वीर जबरन लगा रहे है।
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इंसानों के दिल की
धड़कन बढ़ा रहे हैं।
संवाद से सहजता का
भाव मिलने की बजाय
असहजता चढ़ा रहे हैं।
कहें दीपकबापू दिल में
अतिक्रमण कर लिया आग ने
मस्तिष्क में शीतलता की
तस्वीर जबरन लगा रहे है।
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