एक इंजीनियरिंग महाविद्यालय में
छात्रों द्वारा छात्राओं को होठों पर
लिपस्टिक लगाने की
तब पति जाकर उसकी बत्ती बुझाई।
इस पर पत्नी को गुस्सा आई।
वह बोली,
‘क्यों बंद कर दिया टीवी,
डर है कहीं टोके न बीवी,
तुम भी महाविद्यालय में मेरे साथ पढ़े
पर ऐसा कभी रोमांटिक सीन नहीं दिया,
बस, एक प्र्रेम पत्र में फांस लिया,
उस समय अक्ल से काम नहीं किया,
एक रुखे इंसान का हाथ थाम लिया,
कैसा होता अगर यह काम हमारे समय में होता,
तब मन न ऐसा रोता,
तुम्हारे अंदर कुंठा थी
इसलिये बंद कर दिया टीवी,
चालू करो इसमें नहीं कोई बुराई।’’
सुनकर पति ने कहा
‘देखना है तो
अपनी अपनी आठ वर्षीय मेरे साथ बाहर भेज दो,
फिर चाहे जैसे टीवी चलाओ
चाहे जितनी आवाज तेज हो,
अभी तीसरी में पढ़ रही है
लिपस्टिक को नहीं जानती,
अपने साथियों को भाई की तरह मानती,
अगर अधिक इसने देखा तो
बहुत जल्दी बड़ी हो जायेगी,
तब तुम्हारी लिपस्टिक
रोज कहीं खो जायेगी,
पुरुष हूं अपना अहंकार छोड़ नहीं सकता,
दूसरे की बेटी कुछ भी करे,
अपनी को उधर नहीं मोड़ सकता,
ऐसा कचड़ा मैं नहीं फैलने दे सकता
अपने ही घर में
जिसकी न मैं और न तुम कर सको धुलाई।’’
पत्नी हो गयी गंभीर
खामोशी उसके होठों पर उग आई।
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कवि लेखक एंव संपादक-दीपक भारतदीप,Gwalior
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1 comment:
आधुनिक छात्र
छात्र कहता है गुरू जी
इतना रहम कर दीजिए
मार घुंसा और थप्पड़
पास ही कर दीजिए
खूऩ पीती है अंग्रेजी मेरी खोपड़ी का
रात को पढो सुबह मैदान सफा
पहले पढा; पढ के लिखा
फिर भी अंग्रेजी रही खफा
भगवान तेरा कैसा अभिशाप है
रात को रटा मैने सुबह मैदान साफ है
मर गए वैज्ञानिक जो नई खोज कर गए
H2 की अभिकि्या O2 से कर गए
सन सन की गंगा इतिहास मे भर गए
मर गए बाबर अकबर राेता हमकाे छाेड़ गए
हय प्यारा गणित मुझे
गणित के सिवा कुछ भाता नही
कया करू लेकिन मुझे
गुणा भी करना आता नही
मै नही डरता किसी परलय और तुफान से
रूह कापती है मैरी बस इमतिहान से
प्रशन आया पेपर मे है कयाे गौल धरा ?
मैने भी लिख दिया उसका उत्तर खरा
पूड़ी गौल कचौड़ी गौल
है हमारा मुंह भी गौल
गौल है लडडू गौल रसगुल्ला
गौल जलैबी है गौलगप्पा भी गौल
इसलिए लिख दिया मैने
कयाे न हाे धरा भी गौल
झूम उठे गुरू जी प्शन का उत्तर सुनकर
गौल है कापी गौल है पैन
गौल कापी पर साइन भी गौल
इसलिए तुम्हारे नम्बर भी गौल
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